#VizagGasLeak की घटना ने याद दिला दी भोपाल गैस लीक की घटना

#VizagGasLeak की घटना ने याद दिला दी भोपाल गैस लीक की घटना

#VizagGasLeak incident reminded Bhopal gas leak incident, know what happened today?

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आंध्र प्रदेश के विशाखापट्टनम में आरआर वेंकटपुरम में स्थित LG Polymers Industry इंडस्ट्री में गुरुवार को करीब 2.30 बजे गैस रिसाव से 11 लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि 5 हजार लोगों के इससे प्रभावित होने की बात सामने आ रही है। बताया जा रहा है कि प्लांट में उचित तापमान पर styrene गैस के जमा नहीं होने के कारण गैस रिसाव की समस्या शुरू हो गयी थी। इससे स्टोरेज चेंबर में दबाव पड़ा और वाल्व टूटने के कारण गैस रिसाव हुआ। CSE की फैक्ट सीट के मुताबिक, styrene गैस को 17 डिग्री सेंटीग्रेट से नीचे के तापमान पर स्टोर किया जाना चाहिए। COVID-19 महामारी के कारण देश भर में लॉकडाउन का ऐलान होने के चलते कंपनी को बंद कर दिया गया था। गुरुवार को 42 दिन के बाद कंपनी के परिचालन की तैयारी चल रही थी। हालांकि संयंत्र में रखरखाव गतिविधियों को छोड़कर, महामारी के कारण प्लांट आंशिक रूप से बंद था।सूत्रों के मुताबिक बताया जा रहा है कि जिस कंटेनर को styrene गैस को स्टोर करने के लिए इस्तेमाल किया जा रहा था, वह काफी पुराना था और उसका ठीक से रखरखाव नहीं किया जा रहा था। इसके चलते लगभग 3 किमी तक आसपास के क्षेत्रों में 3 टन styrene का रिसाव हुआ। कंपनी के अधिकारियों ने बताया कि सुबह तकरीबन 9 बजे तक गैस लीकेज को ठीक कर लिया गया था।

फिलहाल, पांच गांव खाली करा लिए गए हैं। सैकड़ों लोग सिर दर्द, उल्टी और सांस लेने में तकलीफ के साथ अस्पताल पहुंच रहे हैं।इधर आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री वाईएस जगनमोहन रेड्डी ने #VizagGasLeak घटना में मृतकों के परिवारों को एक-एक करोड़ रुपये और वेंटिलेटर पर रहने वालों को 10 लाख रुपये की अनुग्रह राशि तत्काल दिए जाने की घोषणा की है। आपको याद दिला दें ऐसी ही एक घटना भोपाल में यूनियन कार्बाइड के कारखाने में 2 और 3 दिसंबर 1984 में भी हुयी थी। रात में यूनियन कार्बाइड के प्लांट नंबर ‘सी’ में हुए 40 टन गैस रिसाव से एक अनुमान के मुताबिक 15 हजार से भी अधिक लोगों की मौत हो गई थी।

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